Create by vinod kumar singh
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*श्रीराम मंदिर भूमि पूजन से पहले मुख्यालय लखनऊ में बैठे अधिकारियों के छूटने लगे पसीने क्या है पूरा मामला देखिए खबर।*
*लखनऊ में 1119 कोरोनावायरस पॉजिटिव मरीज हुए लापता अधिकारियों में मची हड़कंप।*
*उत्तर प्रदेश प्रशासन को डर गायब हुए 1119 कोरोना संक्रमित मरीज कहीं ना पहुंच जाए अयोध्या में होने जा रहे श्री राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम में प्रशासन अलर्ट।*
*सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अयोध्या से 135 किलोमीटर दूर राजधानी लखनऊ में 1119 कोरोनावायरस व्यक्तियों के लापता होने की जानकारी सामने आ रही है।*
*श्री राम मंदिर भूमि पूजन को रह गए हैं 38 घंटे बाकी ऐसे में कोरोनावायरस पॉजिटिव मरीजों का गायब होना प्रशासन के लिए बनी बड़ी चुनौती।*
लखनऊ में गली-गली और मोहल्लों में कोरोना मरीज घूम रहे हैं।
कब-कौन, कैसे और कहां संक्रमित कर जाये आपको पता भी नहीं चलेगा।
दरअसल, राजधानी से बीते 10 दिनों में 2290 कोरोना पॉटिजिव मरीज गायब हैं जिनकी कोई जानकारी नहीं है। इन्हें ढूंढने में पुलिस-प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं। 23 से 31 जुलाई के बीच इन मरीजों की जांच हुई थी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से सभी का कोई अता-पता नहीं है। प्रशासन ने जब इनके द्वारा दिये गये नाम नाम और पते खंगाले तो वे फर्जी निकले।
पुलिस की सर्विलांस टीम को इनकी तलाश में लगाया गया है जिसने अब 1171 कोरोना पॉजिटिव मरीजों को तलाश कर लिया है।
जबकि 1119 मरीज अभी भी गायब हैं। पकड़े गये सभी मरीजों को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है।
अब गलत जानकारी देने के आरोप में इन पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे के मुताबिक कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए हजारों की संख्या में जांच की गई थी।
कई जगह कैंप लगाकर सैम्पल लिए गये इस दौरान लोगों ने फॉर्म पर गलत, नाम, पता और मोबाइल नंबर भरा, जिससे उन्हें ट्रेस करना मुश्किल हो रहा था।
मामले में आम आदमी पार्टी के सांसद व यूपी प्रभारी संजय सिंह ने मामले में ट्वीट करते हुए कहा कि ये हो क्या रहा है योगी सरकार में? हर जिले में मरीजों के लापता होने की खबरें आ रही हैं। अब राजधानी लखनऊ में भी 2290 कोरोना मरीजों का अता-पता न होने की खबरें आ रही हैं। इतनी बड़ी खबर पर राष्ट्रीय मीडिया खामोश क्यों है?
कोरोना मरीज क्यों गायब हैं? इसे लेकर सोशल मीडिया पर लोग जहां चिंता जाहिर कर रहे हैं वहीं, अवस्वस्थाओं पर भी सवाल उठा रहे हैं।
*सोशल मीडिया पर क्या कहना है लोगों का*
ट्विटर यूजर श्यामजी शुक्ला लिखते हैं कि इसका कारण स्पष्ट है। सरकारी अव्यवस्था...। न स्तरीय भोजन-पानी है और न साफ-सफाई। मृत्यु ऐसे भी है और वैसे भी! पर उपदेश कुशल बहुतेरे...। सरकार अपनी व्यवस्था का स्तर सुधारे। जब लखनऊ का ये हाल है, छोटे जिलों का क्या होगा?
एक और ट्विटर यूजर एडवोकेट अरुण दीक्षित कहते हैं कि लोग ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि सरकार जबरदस्ती लोगों को जुगाड़ू और सुविधा रहित क्वारंटाइन सेन्टर में डाल दे रही है।
लोगों को लगता है कि घर पर बेहतर देखभाल हो सकती है। मेरे एक मित्र जो अभी क्वारंटाइन सेन्टर में हैं, बोल रहे थे कि यहां तो मैं और बीमार हो जाऊंगा।
*कोविड-19 प्रोटोकॉल फॉलो न करने पर वसूले 27 लाख रुपए*
लखनऊ में रविवार को 189 व्यक्तियों ने कोविड-19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया, जिनसे जुर्माने के तौर पर 70 हजार रुपए वसूले गये जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने बताया कि राजधानी में अब तक प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वाले 7179 लोगों से 27,13,667 रुपए का जुर्माना वसूला जा चुका है।
Hamare apne bharat ki awaaz ki taraf se raksha bandhan ki dher sari subhkamney
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