*नेहरू शताब्दी चिकित्सालय बना जंग का मैदान नेहरू चिकित्सालय में मानवता हुई खत्म।*
*नेहरू शताब्दी चिकित्सालय का अमानवीय चेहरा आया सामने*
*कोरोना मरीजों से किया जा रहा दुर्व्यवहार,समय पर नहीं दिया जा रहा नाश्ता व भोजन*
*बड़े उम्र के मरीजों को छोड़ दिया जाए तो भी बच्चों का हो रहा बुरा हाल*
एनसीएल के नेहरू शताब्दी चिकित्सालय में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए बनाए गए कोविड-19 के लिए नेहरू को बनाया गया हैं।
सेंटर में भर्ती कोरोनावायरस संक्रमित मरीजों से दुर्व्यवहार का मामला आया सामने।
यहां इलाज करा रहे कोरोना संक्रमित लोगों की माने तो मरीजों की देखभाल में लगे नोडल अधिकारी द्वारा उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है।
नेहरु शताब्दी चिकित्सालय के कोविड सेंटर में भर्ती कांग्रेस के पूर्व जिला महासचिव शेखर सिंह ने वीडियो जारी कर बताया है कि कल देर रात 2 बजे सेंटर से 5 मरीजों को निकाला जा रहा था।
जिन्हें देर रात निकालने के कारण पूछने पर ड्यूटी पर लगे अधिकारी भड़क गए और यह सवाल जिला प्रशासन से पूछने को कहा।
इतना ही नहीं बहस करने पर उन्होंने उन्हें धमकी भी दे डाली। अधिकारी यहीं नहीं रुके उन्होंने कोरोना मरीजों को सुबह का नाश्ता तक नहीं कराया जिस कारण वार्ड में भर्ती मरीजों के साथ बच्चे भी भूख से तड़पते रहे।
हल्ला मचाने पर दोपहर 12 बजे सुबह का नाश्ता दिया गया है। प्रबंधन के इस तानाशाह रवैए पर रोष जताते हुए शेखर सिंह ने वीडियो जारी कर नेहरू शताब्दी चिकित्सालय के कोविड वार्ड का हाल बताया था।
जिसके कारण नेहरू शताब्दी चिकित्सालय का मानवता को खत्म करने वाला चेहरा आया सामने।
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