जिले के सरकारी विभाग ऑफिस के अंदर देखिए कैसे उड़ाई जा रही है सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां क्या इन्हें नहीं है कोरोनावायरस के खतरे का डर

 


*जिले के सरकारी विभाग ऑफिस के अंदर देखिए कैसे उड़ाई जा रही है सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां क्या इन्हें नहीं है कोरोनावायरस के खतरे का डर।*

*इस जिले में कोरोना से भी कहीं अधिक भारी है बिजली की फर्जी बिल की समस्या।*

*बिजली बिल की समस्या से जनता है परेशान*


*बिजली विभाग ऑफिस के अंदर खुलेआम सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ाई जा रही है धज्जियां नियमों के मुताबिक लोगों को एक मीटर की दूरी अनिवार्य।*

भारत की आवाज़

ब्यूरो कार्यालय


जिला मुख्यालय बैढ़न के बिजली विभाग ऑफिस पचखोरा की कहानी जहां ऑफिस के अंदर जनता की खचाखच रहती है भीड़

*क्या यहां पर नहीं है कोरोनावायरस के खतरे का डर।*

क्यों नहीं लगता है कोरोनावायरस के खतरे का डर भारत की आवाज़ ने जब वहां पर मौजूद लोगों से जानना चाहा कि आखिर क्या वजह है जो आप लोग जानते हुए भी कोरोना वायरस के समय इस तरह से ऑफिस के अंदर भीड़ जमा कर रखे हुए हैं।

बिजली विभाग ऑफिस में मौजूद लोगों को ने एक ही चीज की जानकारी दी कि हम लोगों के यहां पर मीटर रीडिंग लेने कोई आता तो है नहीं इसके बावजूद मनमाना बिल भेजा जाता है बिल को सही कराने में 4 से 5 दिन लगते हैं हम लोग परेशान हैं रोज सुबह 10:00 बजे आते हैं शाम को 7:00 बजे तक वापस जाते हैं।

किसी के मीटर रीडिंग का गलत बिल मिला तो किसी का मीटर रीडिंग से भी ज्यादा का बिल मिला तो किसी व्यक्ति का जमा बिल भी वापस अगले बिल में ऐड करके भेज दिया गया इस तरह से कई प्रकार की वहां पर समस्याएं देखने को मिली।

*भारत की आवाज़ पूछता है सवाल बिजली विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों से कि आखिर क्यों नहीं की जा रही है मीटर की गलत रीडिंग लेने वाले लोगों के ऊपर कोई भी कार्यवाही।*

*मीटर रीडिंग लेने वाले कर्मचारी करते हैं किसी दूसरी कंपनियों में काम।*

जिसके कारण वह मीटर रीडिंग समय से नहीं ले पाते और मनमाने ढंग से बिजली रीडिंग तैयार करके बिजली ऑफिस में व्हाट्सएप कर देते हैं जिसके कारण उपभोक्ताओं को गलत बिल का सामना करना पड़ता है यहां तक कि बिजली बिल की पर्ची भी घर पर नहीं पहुंचाई जाती हैं।

जब भारत की आवाज़ ने एक  मीटर की रीडिंग लेने वाले व्यक्ति से बात किया जो जयंत क्षेत्र का मीटर रीडिंग का काम देखता है। तो उससे ही पता चला कि वह एनसीएल में कार्यरत ओबी कंपनी बी.जी.आर  में काम करता है। और जब उसके पास समय होता है तो वह मीटर का रीडिंग लेने जाता है। और समय नहीं होता है तो घर पर ही बैठकर बिजली विभाग को बिजली मीटर का रीडिंग अपने मन से बना कर भेज देता हैं।

*जिसके कारण जनता को समस्या का सामना करना पड़ता है इसका जिम्मेदार कौन?*



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