*ग्रामीणों के मेहनत के पैसे को 18 माह में दुगना करने का झांसा देने वाले जालसाज चढ़ें पुलिस के हथे*
*शिकायत के बाद लंघाडोल पुलिस ने तीनों नटवरलाल को धर दबोचा*
*//विमल कुमार कुशवाहा// अरविंद कुमार// रविकांत//*
*//सिंगरौली//लंघाडोल//* फर्जी चिटफंड कंपनियों द्वारा भोले-भाले ग्रामीणों को ठगने का प्रयास उस समय विफल हो गया, जब शिकायत के बाद लंघाडोल थाना प्रभारी उदय करिहार ने चिटफंड कंपनी के 3 एजेंटों को ग्रामीणों को बेवकूफ बनाते धर दबोचा। गौरतलब है, की थाना क्षेत्र के ग्राम झलरी में मुआवजा वितरण के बाद चिटफंड कंपनियों द्वारा लोगों को बेवकूफ बनाकर रकम ऐंठने का काम किया जा रहा था, जिसमें एजेंट के माध्यम से मोटी कमीशन तय करके लोगों के पैसे दुगने कराने का लालच देकर उनसे जालसाजी की जाती थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते शनिवार को ग्रामीणों द्वारा थाना लंघाडोल में सूचना दिया गया की एक कंपनियों द्वारा 18 महीने में ग्रामीणों के पैसे दुगने करने की स्कीम समझाई जा रही है। जिसके बाद पुलिस ने संबंधित एजेंटों को थाने में बुलाकर पूछताछ की गयी, जिस दौरान एजेंट दिनेश कुमार वर्मा ने बताया की वह डार्विन प्लेटफार्म ऑफ ग्रुप कंपनी के एजेंट हैं एवं उनकी कंपनी द्वारा 18 माह में लोगों के पैसे दुगने करके दे जाते हैं। इस संदर्भ में एजेंट द्वारा संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया जा सका। इसके बाद कंपनी के दूसरे एजेंट राजेश कुमार वैश्य एवं रामसजीवन शाहवाल से पूछताछ में पता चला की इनके द्वारा बैढ़न थाना क्षेत्र में एचबीएन डेयरी एवं एवीएल कंपनी के नाम से लोगों को ठगा जा चुका है। जिसपर इनके विरूद्ध थाना में 420 का मुकदमा दर्ज है। पुलिस ने दिनेश प्रसाद वर्मा पिता स्वर्गीय महेश प्रसाद वर्मा उम्र 54 वर्ष निवासी बरैनिया, राजेश कुमार वैश्य पिता सुदामा प्रसाद वैश्य उम्र 33 वर्ष निवासी पचुआर एवं रामसजीवन सहवाल पिता रामशरण शाहवाल उम्र 45 वर्ष निवासी गड़हरा थाना बैढ़न को हिरासत में लेकर एसडीएम न्यायालय में पेश किया गया। पुलिस के इस कार्य से क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों एवं जनप्रतिनिधियों के द्वारा सराहना की गई।
उक्त कार्रवाई में थाना प्रभारी उपनिरीक्षक उदय करिहार, सहायक उपनिरीक्षक सोनवानी, प्रधान आरक्षक उदय भान सिंह, पुष्पराज सिंह, आरक्षक फतेह बहादुर सिंह, नीरज सिंह, धीरेंद्र यादव, चिंटू सिंह आदि की सराहनीय भूमिका रही।
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