नेहरू के डॉक्टरों के तानाशाह रवैए में जा रही हैं आए दिन लोगों की जाने।

 

*नेहरू शताब्दी चिकित्सालय के चिकित्सकीय लापरवाही में चली गई एक इमानदार तेजतर्रार लोकप्रिय श्रमिक जनप्रतिनिधि की जान।*


*भारतीय मजदूर संघ ने खोया दिया अपना एक सिपाही भारतीय मजदूर संघ सहित कई अन्य संगठनों के लोगों के आंखों में छलका आंसू।*


*नेहरू के डॉक्टरों के तानाशाह रवैए में जा रही हैं आए दिन लोगों की जाने।*


*एन सी एल के मुखिया को अब तो आना चाहिए होश में।* 


*एन सी एल के निगाही परियोजना में कर्मचारियों ने किया काम बंद।*



*विमल कुमार कुशवाहा*



*//सिंगरौली//जयंत//*  बुधवार, 30 सितंबर को निगाही परियोजना के बीएमएस के अध्यक्ष राजाराम मरावी जिन्हें कोरोना के गंभीर लक्षणों के आधार पर नेहरू शताब्दी चिकित्सालय जयंत में भर्ती कराया गया था, इनके सैम्पल की जाँच पॉज़िटिव आई थी। स्थिति गंभीर थी जिसे देखते हुए उन्हें दोपहर 3 बजे रीवा के लिए रेफर कर दिया गया। रेफर होने के बाद एम्बुलेंस की व्यवस्था होने में 6 घंटे लगी। जब एम्बुलेंस मिली तो ड्राइवर नहीं मिला। काफी समय बीत जाने के बाद एम्बुलेंस ड्राइवर न मिलने पर निगाही परियोजना से एक ड्राइवर बुलाया गया। एम्बुलेंस के साथ जाने के लिए नेहरू अस्पताल में जो संविदा टेक्नीशियन रखा गया है उसने भी मरीज के साथ जाने से मना कर दिया। यह सब होते होते रात के 9 बज गए और दूसरी ओर श्री मरावी की हालत बद से बदतर होती चली गई।


 



6 घंटे के विलम्ब से कोरोना पीड़ित मरीज को 200 कि.मी. दूर रीवा के लिए रवाना किया गया। रीवा जाते समय रास्ते में ही श्री मरावी के प्राण पखेरू उड़ गए थे, उनकी मृत्यु हो चुकी थी। घण्टों विलम्ब से बाहर भेजे जाने के कारण रास्ते में ही कोरोना मरीज की मृत्यु की खबर पर निगाही सहित पूरे एनसीएल के श्रमिकों में आक्रोश फैल गया। सुबह 11 बजे बीएमएस के नेतृत्त्व में एनसीएल कर्मियों ने नेहरू अस्पताल का घेराव कर दिया और नारेबाजी करते हुए सीएमएस को आरोप पत्र सौंपा।


आरोप पत्र



*श्री मरावी का निगाही में 8 दिन से स्वास्थ्य खराब था। उनका पहले ही कोविड टेस्ट कर नेहरू अस्पताल रेफर तक क्यों नहीं किया गया ?*



दोपहर 3 बजे नेहरू से बाहर रिफर करने के निर्णय के बाद भी रात 9 बजे तक बाहर क्यों नहीं भेजा जा सका आखिर क्यों। 


आपातकालीन स्थिति में इतना अधिक समय, हास्पिटल का चुनाव , एम्बुलेंस , ड्राइवर , टेक्नीशियन की व्यवस्था में क्यों लगा ?



कोरोना के किस- किस हास्पिटल में जगह खाली है इसकी जानकारी नेहरू को पहले से क्यों नहीं थी ?




कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि निजी प्रैक्टिस न करने का भत्ता लेने के बाद भी नेहरू के डॉक्टर बाकायदे अपना निजी हास्पिटल तक चला रहे हैं। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि कोरोना जैसी महामारी में अधिकारियों के लिए विशेष व्यवस्था कर बाहर भेजा जा रहा है दूसरी ओर कर्मचारियों को बाहर भेजने में विलम्ब सहित तमाम तरह की लापरवाही बरती जा रही है।


ऐसा भेदभाव क्यों ?


इसी घेराव के बीच निगाही परियोजना के कर्मचारियों ने खदान में काम काज भी ठप कर दिया। इसके बाद मुख्यालय से महाप्रबन्धक कार्मिक एस एस हसन, निगाही के स्टाफ अधिकारी कार्मिक सुनील तिवारी, नेहरू के सीएमएस डॉ. एस के भुआल, स्टाफ अधिकारी रमेश सिंह सहित तमाम प्रबंधकीय वर्ग के लोग वहाँ पहुँचे और वार्ता के लिए बार बार आग्रह करने लगे। इसके बाद श्रमिक संगठन बीएमएस के मुन्नीलाल , पी के सिंह, मायाशंकर सिंह , बेचूलाल, अरुण कुमार दुबे , डी पी दुबे , परचन प्रसाद , राजकुमार , राकेश पांडेय, दिलीप कुमार पांडेय आदि पदाधिकारियों के साथ घंटो वार्ता का दौर चला। अधिकारी संघ से सर्वेश सिंह भी वार्ता में शामिल हुए।


वार्ता के बाद



वार्ता के बाद सहमति बनी कि इस घटना की जांच के लिए हाई पावर कमेटी बनाकर 10 दिन के भीतर रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। कोरोना मरीज को बाहर ले जाने के लिए सर्व सुविधायुक्त एम्बुलेंस मय टेक्नीशियन हायर किया जाएगा। वाराणसी सहित अन्य शहरों में कोरोना हास्पिटल में एनसीएल कर्मियों के लिए सीट रिजर्व करने या खाली सीट की जानकारी पहले से सुनिश्चित करने की कार्यवाही की जाएगी।

कोविड पॉजिटिव मरीज आकस्मिक रूप से किसी भी कोविड हास्पिटल में जा सकता है जिसका रिफर कोरम कम्पनी द्वारा पूरा किया जाएगा। ड्यूटी में रीवा जाने से मना करने वाले संविदा टेक्नीशियन की सेवा समाप्ति की कार्यवाही की जाएगी।


इस सहमति के बाद घेराव कर रहे कर्मचारियों के बीच आकर महाप्रबन्धक एस एस हसन ने और स्टाफ अधिकारी कार्मिक रमेश सिंह ने चर्चा कर बनाई गई सहमति को विस्तार से समझाया। श्रमिक प्रतिनिधि मुन्नीलाल ने कहा जिन सुधारों पर सहमति बनी है उस पर यदि जल्द से जल्द अमल नहीं किया जाएगा तो जल्द ही निगाही सहित पूरे एनसीएल में संगठन व्यापक जनांदोलन छेड़ेगा। 




तब जाकर लोंगो ने घेराव समाप्त किया और निगाही में खदान चालू हुआ।


घेराव में सभी परियोजनाओं के बी एम एस के शाखा अध्यक्ष, सचिव कम्पनी बोर्ड मेम्बर सहित सैकड़ों कर्मचारी उपस्थित रहे ।

टिप्पणियाँ