*एन.सी.एल अमलोरी परियोजना में पलटा होलपैक डंपर*
*विमल कुमार कुशवाहा*
*सिंगरौली।।भारत की आवाज़।।* एनसीएल के अमलोरी परियोजना में शुक्रवार को कोयला खदान क्षेत्र में दोपहर में 100 टन वाला ओबी लोड़ होलपैक डंफर अनियंत्रित होकर पलट गया,जहां हादसे में ऑपरेटर को दाहिने पैर व बाए कमर सिर में गंभीर चोटें आई है।
आनन फानन में प्रोजेक्ट के अफसरों द्वारा ऑपरेटर को उपचार हेतु नेहरु चिकित्सालय जयंत में भर्ती कराया गया।ऑपरेटर को घटना के दौरान लगी चोट की गंभीरता को देखते हुए डॉक्टरों ने आईसीयू में भर्ती कर उपचार सुरु कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक एनसीएल अमलोरी कोयला खदान छेत्र के डंप एरिया में शुक्रवार को दोपहर ओबी लेकर जा रहा 100 टन का होलपैक डंपर संख्या 1337 का टाई रॉड निकल जाने से डंपर अनियंत्रित होकर पलट गया जहां ऑपरेटर सोनू गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना ओबी डंप ग्राउंड एरिया के पास दोपहर 12:15 बजे के करीब की बताई जा रही हैं।
घटना की सूचना मिलते ही कोल प्रबंधन के अफसरों में हड़कंप मच गया,वही अमलोरी परियोजना में डंपर पलटने के पीछे बार बार प्रबंधन की लापरवाही उजागर।
मजदूर यूनियन के नेताओं ने सवाल उठाते हुए जांच की मांग की है।सेफ्टी बोर्ड मेम्बर द्वय आरसीएसएस(इंटक) नेता निरंजन झा,बीएमएस नेता विनय राय व कार्यवाहक अध्यक्ष RCSS विनोद मंडल ने कहा कि परियोजना में संबंधित अधिकारियों की घोर लापरवाही का नतीजा है की खदानों में बराबर डंपर एक्सीडेंट हो रहे हैं।
उक्त नेताओं ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि पिछले साल इसी माह भी डंपर एक्सीडेंट से ऑपरेटर हीरा यादव का पैर कटा था।
आरोप लगाया कि दोनों मामलों में प्रबन्धन की लापरवाही सामने आई हैं।इसी तरह कोयला श्रमिक सभा(एचएमएस)के नेता सचिव गोबिंद दुबे ने कहा की परियोजना के खदानों में सुरक्षा के उपायों को लेकर संबंधित अधिकारी गंभीर नही है।
श्री दुबे ने एनसीएल प्रबंधन का घटाना की ओर ध्यान आकृष्ट कराते हुये मांग की है कि दुर्घटना के कारणों और संबंधित जिम्मेदारो के कार्यप्रणाली की जांच करा दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाई की जाये।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें