व्यक्ति विशेष part-1 सिंगरौली जिले के इस जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष जो कि एक महान शख्सियत भी हैं आज इनके बारे में हम व्यक्ति विशेष में बात करेंगे. जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष पद पर रहते हुए आपने पूरे मध्यप्रदेश में सबसे ईमानदार जनपद उपाध्यक्ष होने का गौरव प्राप्त किया

 


व्यक्ति विशेष part-1 सिंगरौली जिले के इस जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष जो कि एक महान शख्सियत भी हैं आज इनके बारे में हम व्यक्ति विशेष में बात करेंगे.

कांत देव सिंह प्रदेश उपाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश


नपद पंचायत चितरंगी के उपाध्यक्ष पद पर रहते हुए आपने पूरे मध्यप्रदेश में सबसे ईमानदार जनपद उपाध्यक्ष होने का गौरव प्राप्त किया

 

VINOD KUMAR SINGH

।।भारत की आवाज़।।सिंगरौली।।  एक ऐसी महान शख्सियत जिनका बचपन भी संघर्षों से भरा रहा जिंदगी का हर पड़ाव संघर्षों से भरा रहा लेकिन आपने सच्चाई और ईमानदारी के रास्ते को नहीं छोड़ा उस रास्ते पर आप हमेशा चलते रहे आपको अपनों से दगाबाजी और धोखेबाजी भी मिला फिर भी आप मजबूती के साथ मैदान में डटे रहे और जनता के दिलों पर आपका राज हमेशा कायम रहा सिंगरौली की जनता आपको राजा साहब के नाम से पुकारती है आज हम ऐसे ही एक शख्सियत के बारे में बात करने जा रहे हैं

जिनका नाम है श्री कांत देव सिंह (राजकुमार साहब राजा खटाई) एवं प्रदेश उपाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश.
 

आज हम बात करने जा रहे हैं एक ऐसे शख्सियत के बारे में जो एक सहज और सरल व्यक्तित्व के धनी आम जनता के हितैषी राजा एवं जनप्रतिनिधि के बारे में उनके बचपन से लेकर राजनीतिक सफर के बारे में.

आइए जानते हैं ऐसे शख्सियत के बारे में जिनका नाम है राजा कांत शीर्ष देव सिंह वर्तमान में आपको कांत देव सिंह के नाम से जाना जाता है. 

कांत देव सिंह जी का जन्म 25 नवंबर 1969 को बरदी राज्य की खटाई गढ़ी तहसील चितरंगी के पूर्व जिला सीधी वर्तमान में जिला सिंगरौली में हुआ था.


आपका बाल्यकाल राजमाता मिथिलेश कुमारी के वात्सल्य भरे आंचल में बीता

राजमाता मिथिलेश कुमारी एक दृढ़ इच्छा शक्ति नम्र एवं राज्य की जनता के प्रति अत्याधिक उदार एवं आध्यात्मिक प्रवृत्ति की राजमाता रही हैं.


जिनका प्रभाव हमारे राजा कांत देव सिंह जी के ऊपर स्पष्ट रूप से परिलक्षित होता हैं.

आपकी संपूर्ण शिक्षा दीक्षा

कांत देव सिंह जी की प्रारंभिक शिक्षा रोटरी क्रामेंट स्कूल में हुआ था.


उसके बाद MAकी पढ़ाई राजा कान्ह महाविद्यालय सुल्तानपुर उत्तर प्रदेश में पूर्ण हुआ.


किंतु राजमाता ने रायपुर से श्री कांत देव सिंह जी को वापस बुलवा लिया इसके बाद हाईस्कूल एवं हायर सेकेंडरी की पढ़ाई सेन्ट जेवियर्स रांची हाई स्कूल में हुई.


इसके बाद ग्रेजुएशन की पढ़ाई जी.एल.ए कॉलेज डालटनगंज में पूर्ण हुई.


श्री कांत देव सिंह जी के ऊपर उनकी माता मिथिलेश कुमारी सिंह जी के व्यक्तित्व का प्रभाव स्पष्ट रूप से झलकता है.

तथा कांत देव सिंह जी अपने जीवन का आदर्श राज माता मिथिलेश कुमारी जी को मानते हैं.
 

आपके वैवाहिक जीवन और परिवार


कांत देव सिंह जी का विवाह राजा साहब विजयपुर के भाई हलिया तहसील जिला मिर्जापुर के गांव बड़ौहा के बाबू जनार्दन सिंह की पुत्री श्रीमती प्रमिला सिंह जी के साथ हुआ


श्री कांत देव सिंह जी के बड़े भाई मधुरेश प्रताप सिंह जी का विवाह राजा विजयपुर के भाई बाबू जनार्दन सिंह के ग्राम बड़ौहा तहसील हालिया जिला मिर्जापुर की बड़ी पुत्री कुमारी बीना सिंह के साथ तय हुआ था.


तिलक उत्सव के 21 दिन पूर्व आकस्मिक हृदयाघात से राजकुमार मधुरेश प्रताप सिंह जी का जनवरी 1976 में देहांत हो गया.

जानकारी के अनुसार कहां जाता है कि देवीय आपदा की दूसरी मार बरदी राज्य पर परी पूरा राज्य परिवार तथा राज्य की जनता अत्यंत दुखी हो गई क्योंकि राजकुमार मधुरेश प्रताप सिंह जी जनता के बीच में अत्यंत लोकप्रिय थे.


राजकुमार मधुरेश प्रताप सिंह जी के मृत्यु की सूचना जब बड़ौहा पहुंची सूचना प्राप्त होते ही बीना सिंह जिनका विवाह मधुरेश प्रताप सिंह जी से होना तय था

अचानक हृदयाघात आया और उनका भी देहांत हो गया किंतु अपनी मृत्यु के पूर्व राजकुमारी बीना सिंह ने अपनी छोटी बहन राजकुमारी प्रमिला सिंह जी का विवाह कांत देव सिंह जी के साथ करने हेतु इच्छा प्रकट की थी इसी कारण कांत देव सिंह जी का विवाह राज कुमारी प्रमिला सिंह जी के साथ सन 1990 में संपन्न हुआ.


श्री कांत देव सिंह जी और रानी साहिबा प्रमिला सिंह जी के 2 पुत्र हैं.

पहले पुत्र राजकुमार चेतन देव सिंह जी जो इंजीनियर ऑफिसर के पद पर पदस्थ हैं

तथा दूसरे पुत्र राजकुमार हर्ष देव सिंह जी जो मुंबई में एमडी कर रहे हैं.

 

कम उम्र में बड़ी जिम्मेदारियां


कांत देव सिंह जी की पढ़ाई पूर्ण होने के बाद वर्दी राज्य की जनता द्वारा अत्याधिक आग्रह करने पर सन 1989 में राज माता मिथिलेश कुमारी तथा राजकुमारी मृदुला सिंह के साथ खटाई वापस आ गए.


उस समय पर खटाई गढ़ी अत्यंत जीर्णशीर्ण अवस्था में थी.


हालत दयनीय थी इन विकट परिस्थितियों में राजमाता तथा 20 वर्ष की उम्र में युवराज कांत देव सिंह जी ने बड़े साहस के साथ गढ़ी का जीर्णोद्धार कराया तथा संपूर्ण व्यवस्था को व्यवस्थित किए एक बार पुनः वर्दी राज्य अपने पुराने गौरव को प्राप्त करने का प्रयत्न करने लगा.


 

आपके राजनैतिक यात्रा

श्री कांत देव सिंह जी बचपन से उदार प्रवृत्ति एवं सामाजिक कार्यों के प्रति रुचि रखने वाले सत्तप्रेरित शासक हैं.


श्री कांत देव सिंह जी अपने राजनैतिक जीवन का आदर्श पंडित दीनदयाल उपाध्याय तथा स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेई जी को मानने वाले व्यक्ति हैं.


 

कांत देव सिंह जी का भाजपा परिवार में आगमन.


कांत देव सिंह जी सन 1989 में दिलीप सिंह जूदेव तथा उस वक्त के तत्कालीन सीधी के भाजपा जिलाध्यक्ष रविनंदन सिंह से भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण किया तथा पहली बार आपको भाजपा सीधी का जिला कार्य समिति का सदस्य बनाया गया.
आपने राजनैतिक यात्रा प्रारंभ करते हुए सन् 1993 से 1998 तक जनपद पंचायत चितरंगी के निर्विरोध जनपद सदस्य तथा निर्विरोध जनपद उपाध्यक्ष रहे


तथा पुनः 1998 से 2003 तक जनपद पंचायत चितरंगी के उपाध्यक्ष रहे.


क्योंकि अध्यक्ष का पद आदिवासियों के लिए आरक्षित रहा इस दौरान आपके द्वारा जनपद पंचायत चितरंगी में अनेक विकास के कार्य किए गए तथा पूरे प्रदेश में आप की छवि एक ईमानदार नेता के रूप में प्रतिष्ठित हुई.



सन 2000 में आपको भाजपा पंचायत प्रकोष्ठ का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया सन 2003 तक आप इस पद पर पदस्थ रहे.


जिस समय आप जनपद पंचायत चितरंगी के उपाध्यक्ष थे सन 1998 से 2003 तक आपने पूरे प्रदेश में सबसे पहले सबसे भ्रष्टाचार रहित शिक्षाकर्मी चयन की सूची जारी कर पूरे प्रदेश में सबसे ईमानदार जनपद उपाध्यक्ष होने का गौरव प्राप्त किया जिसकी चर्चा पूरे प्रदेश में रही.


सन 2004 में जनपद पंचायत चितरंगी अनारक्षित होने पर राज माता मिथिलेश कुमारी अध्यक्ष बनी इस दौरान पूरे जनपद पंचायत क्षेत्र में कई प्रकार के विकास के कार्य किए गए जो आज तक भी नजीर बने हुए हैं.

 

भारतीय जनता पार्टी के सिंगरौली के प्रथम जिलाध्यक्ष का नाम भी आपके नाम है.


सन 2004 में जब सिंगरौली जिला अलग जिला बना तब आपको भारतीय जनता पार्टी सिंगरौली जिले का जिलाध्यक्ष बनाया गया.


तथा आप सन 2007 तक सिंगरौली भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रहे उस दौरान सिंगरौली भारतीय जनता पार्टी जिला भाजपा संगठन पूरे प्रदेश में सबसे मजबूत संगठन के रूप में जाना जाता था.

 

अपनों से मिले विश्वासघात से रुका सिंगरौली का पूरा विकास.


सन 2009 में श्री कांत देव सिंह जी को भारतीय जनता पार्टी के द्वारा नगर पालिक निगम सिंगरौली का महापौर प्रत्याशी बनाया गया इस चुनाव में अपनों के द्वारा किए गए विश्वासघात किए जाने पर 1970 वोट से आप पराजित हुए.

 

लेकिन इस पराजय से केवल कांत देव सिंह जी को ही नुकसान नहीं हुआ बल्कि संपूर्ण सिंगरौली नगर पालिक निगम को नुकसान हुआ क्योंकि सिंगरौली नगर पालिक निगम ने एक ऐसे महापौर प्रत्याशी को खो दिया जो वास्तव में एक भ्रष्टाचार मुक्त और पूर्ण ईमानदारी से नगर पालिक निगम सिंगरौली को आगे बढ़ाने का साहस और दम रखते थे.
भारतीय जनता पार्टी ने सन 2010 में आपको पुनः भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा का प्रदेश मंत्री बनाया इस पद पर आप सन 2012 तक रहे.


आपके उल्लेखनीय कार्यों को देखते हुए सन् 2015 में आपको पुनः भारतीय जनता पार्टी जिला सिंगरौली का जिलाध्यक्ष बनाया गया सिंगरौली जिला अध्यक्ष बनने के बाद आपके नेतृत्व में सिंगरौली जिला भाजपा संगठन लगातार तेजी से मजबूती की ओर पुनः आगे बढ़ता गया.


जनवरी 2021 से एक बार पुनः कांत देव सिंह जी को मध्य प्रदेश भारतीय जनता पार्टी की बड़ी जिम्मेदारी मिली.


मध्य प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा के द्वारा प्रदेश पदाधिकारियों की लिस्ट में सिंगरौली के लोकप्रिय जनप्रतिनिधि यशस्वी आदरणीय श्री कांत देव सिंह जी राजकुमार साहब को 13 जनवरी 2021 को मध्य प्रदेश भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया.
इसके साथ ही आपको उज्जैन संभाग के प्रभारी का दायित्व भी दिया गया.


साथ ही नगरी निकाय चुनाव प्रबंध समिति सिंगरौली का प्रभारी भी बनाया गया.

 

आपके व्यक्तित्व के बारे में


श्री कांत देव सिंह जी एक सहज और सरल व्यक्तित्व के धनी आम जनता के हितैषी राजा एवं जनप्रतिनिधि माने जाते हैं.


आपका सबसे मजबूत पक्ष आपका इमानदार होना है जो आज के इस राजनैतिक युग में विरले लोग ही पाए जाते हैं.

 

आपकी कार्यशैली पर पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेई जी का प्रभाव स्पष्ट रूप से परिलक्षित होता है.


कांत देव सिंह के द्वारा विपक्ष में रहते हुए और सत्तापक्ष में रहते हुए उनके द्वारा किए गए कुछ महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के बारे में.


1- कांत देव सिंह जी को भारतीय जनता पार्टी ने सन 2000 में भाजपा पंचायत प्रकोष्ठ का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया साथ ही आपको पंचायत प्रकोष्ठ का रीवा संभाग का संभाग प्रभारी भी बनाया गया.


2- कांत देव सिंह ने सन 2001 में रीवा संभाग के 5000 हजार पंच सरपंचों का सम्मेलन कराया सीधी के मानस भवन में.


3- पूरे रीवा संभाग से 5000 पंच सरपंचों का सम्मेलन कराया गया इस सम्मेलन के मुख्य अतिथि रहे विभूति नारायण सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष पंचायत प्रकोष्ठ नई दिल्ली.


4- जिस समय यह पंच सरपंचों का सम्मेलन किया गया उस दौरान सन 2001 में मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी विपक्ष में थी कांग्रेस की सरकार थी इसके बावजूद कांत देव सिंह ने इतिहास रचते हुए 5,000 पंच सरपंचों का एतिहासिक सम्मेलन कराया राष्ट्रीय नेतृत्व के मौजूदगी में इसे कांत देव सिंह की कुशल नेतृत्व ही कहा जाएगा जो उन्होंने इतना बड़ा आयोजन विपक्ष में रहते हुए करा दिया.


सीधी सिंगरौली सहित पूरे मध्यप्रदेश की जनता का प्यार कांत देव सिंह के साथ हमेशा रहा है और आगे भी रहेगा इसका जीता जागता उदाहरण भी है.


सन 2021 में कांत देव सिंह जी को भारतीय जनता पार्टी ने बड़ी जिम्मेदारी देते हुए मध्य प्रदेश भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया.

कांत देव सिंह पहली बार प्रदेश उपाध्यक्ष बनकर सिंगरौली की सर जमी पर बाय रोड पहुंचे थे.

उनका ऐतिहासिक और जोरदार स्वागत भारतीय जनता पार्टी के देवतुल्य कार्यकर्ताओं सहित सिंगरौली की समस्त जनता जनार्दन ने किया था



और उन्होंने भी तहे दिल से भाजपा के समस्त देव तुल्य कार्यकर्ता पदाधिकारियों का समस्त सिंगरौली की जनता जनार्दन का दोनों हाथ जोड़कर अभिवादन स्वीकार किया



क्योंकि सिंगरौली की जनता ने अपने प्रदेश उपाध्यक्ष श्री कांत देव सिंह जी का ऐतिहासिक और धमाकेदार स्वागत वंदन और अभिनंदन किया था


और उस स्वागत यात्रा को ऐतिहासिक बना दिया था



इस यात्रा में हजारों गाड़ियां का लम्बा काफिला कांत देव सिंह जी के साथ सीधी सिंगरौली सीमा पर से शुरू होकर देवसर बरगवां परसौना माजन भाजपा जिला मुख्यालय पार्टी कार्यालय से होते हुए नवानगर नेहरू जयंत बस स्टैंड फिर मोरवा सिंगरौली होते हुए आपके निजी निवास पर कार्यकर्ताओं ने आपको पहुंचाया.
कहने की बात नहीं है सिंगरौली की समझ जनता जनार्दन ने भारतीय जनता पार्टी के समस्त देव तुल्य कार्यकर्ता पदाधिकारियों ने जगह-जगह आपका ऐतिहासिक और जोरदार स्वागत किया था.
जनता का प्यार और ऐतिहासिक स्वागत को देखकर कांत देव सिंह की आंखों में आंसू भर आए थे उन्होंने समस्त जनता जनार्दन का समस्त कार्यकर्ताओं का पदाधिकारियों का तहे दिल से अभिवादन को स्वीकार किया था 
प्रदेश उपाध्यक्ष कांत देव सिंह जी का जगह-जगह पर स्वागत की वजह से उन्हें मोरवा पहुंचने में ही रात के लगभग 2:00 बज गए थे

 

 

 

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