SINGRAULI NEWS : - मौजूदा आयुक्त को हटवाने एवं पूर्व आयुक्त को सिंगरौली में वापस लाने के लिए 30 लाख का चंदा वसूली बना चर्चा का विषय सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर।

 


SINGRAULI NEWS : - मौजूदा आयुक्त को हटवाने एवं पूर्व आयुक्त को सिंगरौली में वापस लाने के लिए 30 लाख का चंदा वसूली बना चर्चा का विषय सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर।

 

नगर निगम की सैतान चौकड़ी आयुक्त की फर्जी शिकायत करवा रही! 

 

सैतान चौकड़ी पूर्व आयुक्त के पुनः नगर निगम में पोस्टिंग करवाने 30 लाख का चंदा वसूला गया?

     

    30 लाख का चंदा बना चर्चा का कारण!

 

भारत की आवाज़//सिंगरौली// नगर निगम सिंगरौली में एक दशक से कुछ अधिकारियों का कब्जा रहा कमिश्नर कोई हो लेकिन दबदबा इन्हीं का रहता था।  

 

नगर निगम के किसी भी सेक्शन में हो हर जगह सैतान चौकड़ी काबिज थी,काबिज तो अभी भी है।  

 

 

लेकिन पहले जैसे माहौल नही है, सैतान चौकड़ी न फर्जी काम कर पा रही न अपने पसंदीदा ठेकेदार को काम दिला पा रहे,नए आयुक्त सतेंद्र सिंह धाकरे अगस्त में ज्वाइन करने के बाद सबसे पहले यहां के माहौल को देखा इसके बाद अपने हिसाब से प्रभार को बदल के काम शुरु किया सबसे ज्यादा खराब इस्थिति स्वछता की थी।

जिसके बाद स्वास्थ अधिकारी,नोडल बदल कर काम की शुरुआत की सिविल के कामो में भी गुणवक्ता को लेकर दबाव बनाया यही बात सैतान चौकड़ी को नागवार गुजरी,विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग,व पूर्व विधायक के लेटर पैड में मनगढ़ंत आरोप लगाकर शिकायत किया गया था।  लेकिन सैतान चौकड़ी को अभी तक सफलता हासिल नही हो पाया,    

सूत्रों की माने तो इसके पूर्व पदस्त आयुक्त भी पर्दे के पीछे सैतान चौकड़ी के साथ लगे हुए है।  क्योंकि कई फर्जी काम कर नगर निगम सिंगरौली का स्वाद चख चुके है,इस लिए पुनः वो यहां पदस्त होना चाहते है।

     

   पूर्व आयुक्त के कुछ कारनामे

 

स्वछता में सफाई मित्रो के टेंडर में फर्जीवड़ा, कर के अपने चहेते को काम दिलाने के लिए नियमो को ताक पर रख कर 75 सफाई मित्रो का वर्क ऑडर जारी कर दिया गया था।  

जिसमे अब उक्त काम की शिकायत लोकायुक्त में करने की तैयारी हो रही है।  अप्रैल में बजट पास होते ही बजट का बंदर बाट कर निगम को वित्ति संकट में धकेल दिया था।   

 

नगर निगम के वार्ड 17 जहां के पार्षद निगम अध्यक्ष खुद है,बिना जरूरत,एन सी एल के जमीन पर बने झुग्गी झोपड़ी में तकरीबन 5 करोड़ से ज्यादा राशि के कार्यो को स्वीकृत किया गया इस प्रकरण को भी लोग लोकायुक्त में ले जाने को तैयार है।

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