SINGRAULI NEWS : - विस्थापन मुद्दों को लेकर एनसीएल प्रबंधन से वार्ता हुई है एनसीएल प्रबंधन ने एक माह का समय मांगा है तय समय में समाधान नहीं होने पर 5 मार्च को होगा खदान बंदी उग्र आंदोलन:- केवल नाथ सिंह महामंत्री।


SINGRAULI NEWS : - विस्थापन मुद्दों को लेकर एनसीएल प्रबंधन से वार्ता हुई है एनसीएल प्रबंधन ने एक माह का समय मांगा है तय समय में समाधान नहीं होने पर 5 मार्च को होगा खदान बंदी उग्र आंदोलन:- केवल नाथ सिंह महामंत्री।

 

एनसीएल के जयंत एवं दुधिचुआ परियोजना से विस्थापित हो रहे परिवारों के विस्थापन मुद्दों को लेकर एनसीएल मुख्यालय में वार्ता वार्ता संपन्न हुई एक माह में समस्याओं का समाधान नहीं होने पर होगा खदान बंदी उग्र आंदोलन :- केवल नाथ सिंह-महामंत्री।



भारत की आवाज़ //सिंगरौली।। भारतीय मजदूर संघ के
अनुगुआई संगठन भारतीय विस्थापित संघ के नेतृत्व में एनसीएल के विभिन्न परियोजनाओं से विस्थापित हो रहे लोगों के विस्थापन मुद्दे को लेकर लगातार लड़ाई चल रही है जिसको लेकर एनसीएल मुख्यालय में अधिकारियों के साथ भारतीय विस्थापित संघ के महामंत्री केवल नाथ सिंह सिंगरौली के पूर्व विधायक राम लल्लू वैश्य संगठन के कई पदाधिकारी सहित विस्थापित हो रहे परिवार के लोग बैठक में शामिल हुए।

एनसीएल प्रबंधन ने विस्थापित संघ से समस्याओं का समाधान करने के लिए एक माह का समय मांगा है जिसको संगठन के पदाधिकारीयों ने सहमति देते हुए एक माह के अंदर  अगर समस्याओं का समाधान नहीं होता है तो एनसीएल के खदानों को बंद कर आंदोलन करने के लिए संगठन बाध्य होगा जिसके लिए पूरी जवाब देही एनसीएल प्रबंधन की होगी।




भारतीय विस्थापित संघ के महामंत्री केवल नाथ सिंह ने बताया कि एनसीएल प्रबंधन के साथ संगठन का वार्ता एनसीएल मुख्यालय में अधिकारियों के साथ हुआ है जिसमें एनसीएल प्रबंधन  संगठन से एक माह का समय लिया गया है और एक माह के अंदर अगर समस्याओं का समाधान नहीं होता है तो आगामी 5 मार्च को खदान बंदी आंदोलन शुरू किया जाएगा जिसके लिए एनसीएल प्रबंधन जिम्मेदार होगा एन सी एल प्रबंधन के साथ लगातार कई वर्षों से विस्थापन मुद्दों को लेकर के लड़ाई लड़ी जा  रही है और आगे भी लड़ाई जारी रहेगा।

एन सी एल कंपनी के साथ हुए मुख्यालय वार्ता में सिंगरौली के पूर्व विधायक राम लल्लू वैश्य संगठन के पदाधिकारी विस्थापित हो रहे परिवार के सदस्य लोग एवं भारतीय मजदूर संघ के जिला मीडिया प्रभारी विनोद सिंह मुख्य रूप से मौजूद है।


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